12 March 2018

भारत ने समुद्र में 16 अलग-अलग देशों की नौसेनाओं के साथ शुरू किया नौसैनिक अभ्यास

अंडमान निकोबार द्वीप में 16 अलग-अलग देशों की नौसेनाओं के साथ भारतीय नौसेना ने 8 दिन का अभ्यास शुरू कर दिया है जो 6 से 13 मार्च तक चलेगा. बता दें की ‘फ्रेंड्शिप अक्रॉस द सी’ की थीम के साथ भारतीय नौसेना ‘मिलन 2018’ नामक अभ्यास कर रही है. गौरतलब है कि यह अभ्यास उस वक्त में किया जा रहा है जब एक तरफ चीन हिंद महासागर में प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है और दूसरी तरफ जहाँ मालदीव और श्रीलंका में इमरजेंसी के हालात बने हुए हैं.

इससे पहले फरवरी में चीन के 11 युद्धक जहाजों ने पूर्वी हिन्द महासागर में प्रवेश किया था. इस दौरान भारतीय नौसेना और चीनी नौसेना के बीच की दूरी काफी कम रह गई थी. यह एक्टिविटी ऐसे वक्त में सामने आई जब मालदीव राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है. तबाही मचाने वाले चीनी जहाज सपोर्ट टैंकर्स के साथ हिन्द महासागर में प्रवेश किए थे. रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन के नौसेना पोतों में एक ऐसा पोत भी शामिल है जिस पर विमान, हेलिकॉप्टर उतर सकते हैं. वहीँ भारतीय नौसेना के अधिकारियों के मुताबिक, आठ दिनों तक चलने वाले इस अभ्यास में 28 पोत हिस्सा ले रहे हैं, जिसमें 17 पोत ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, सिंगापुर, श्रीलंका और थाईलैंड के हैं.

जानकारी के लिए बता दें, ‘मिलन अभ्यास’ की शुरुआत वर्ष 1995 में हुई थी और तब, सिर्फ चार देश (इंडोनेशिया, सिंगापुर, श्रीलंका और थाईलैंड) इसमें शामिल हुए थे. इस अभ्यास को शुरु करने का मकसद, पूर्वी एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया की नौसेनाओं के साथ दोस्ताना संबंधों को बढ़ावा देना था. लेकिन, बदलते वक्त के साथ जैसे-जैसे समंदर में भारतीय नौसेना की ताकत बढ़ी, वैसे-वैसे अन्य देशों की नौसेनाएं, समंदर में होने वाली इस मैराथन मीटिंग और अपनी ताक़त के प्रदर्शन के लिए, भारत के साथ आती चली गईं. यानी चार देशों के साथ शुरू हुआ ‘मिलन अभ्यास’ आज 16 देशों के साथ और भी ज़्यादा मज़बूत हो गया है.