22 December 2021

भारत के महान वीर योद्धा हिन्दू ह्रदय सम्राट पृथ्वीराज चौहान



भारत के इतिहास का एक गौरवपूर्ण नाम है पृथ्वीराज चौहान. यह क्षत्रिय महारथी जितना परमवीर था उतना ही दयालु और क्षमाशील था, जिसने अपने पराक्रम से हिन्दुस्तान के गौरव में बेहिसाब इजाफा किया लेकिन हाथ आए शत्रु के साथ दयी करने की भूल भी कर दी. शत्रु पर दया की ये भूल हिन्दुस्तान के इतिहास पर भारी पड़ गई. वो योद्धा और कोई नहीं बल्कि दिल्ली की गद्दी के आखिरी हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान हैं. पृथ्वीराज तृतीय को देश पृथ्वीराज चौहान के नाम से जानता है.

मुहम्मद गौरी का भारत पर आक्रमण


शिहाबुद्दीन उर्फ़ मुइज़ुद्दीन मुहम्मद ग़ौरी 12वीं शताब्दी का अफ़ग़ान सेनापति था जो 1202 ई. में ग़ौरी साम्राज्य का सुल्तान बना. ग़ोरी राजवंश की नीव अला-उद-दीन जहानसोज़ ने रखी और सन् 1161 में उसके देहांत के बाद उसका पुत्र सैफ़-उद-दीन ग़ोरी सिंहासन पर बैठा. अपने मरने से पहले अला-उद-दीन जहानसोज़ ने अपने दो भतीजों - शहाबुद्दीन (मुहम्मद ग़ोरी) और ग़ियास-उद-दीन - को क़ैद कर रखा था लेकिन सैफ़-उद-दीन ने उन्हें रिहा कर दिया. उस समय ग़ोरीवंश ग़ज़नवियों और सलजूक़ों की अधीनता से निकलने के प्रयास में था. उन्होंने ग़ज़नवियों को

18 December 2021

भारत पर महमूद गजनवी का आक्रमण


महमूद गजनवी गजनी का प्रमुख शासक था जिसने 997 से 1030 तक शासन किया. वह सुबक्त्गीन का पुत्र था. भारत की धन-संपत्ति से आकर्षित होकर, गजनवी ने भारत पर कई बार आक्रमण किए. वास्तव में गजनवी ने भारत पर 17 बार आक्रमण किया. उसके आक्रमण का मुख्य मकसद भारत की संपत्ति को लूटना था. महमूद गजनी ने पहली बार 1001 ईस्वी में आधुनिक अफ़्गानिस्तान और पाकिस्तान पर हमला किया था. इसने हिन्दू शासक जयपाल को पराजित किया जिसने बाद में आत्महत्या कर ली और उसका पुत्र आनंदपाल उसका उत्तराधिकारी बना. गजनी ने भाटिया पर 1005 ईस्वी में और मुल्तान पर 1006 ईस्वी में हमला किया. इसी दौरान आनंदपाल ने उस पर हमला किया. गजनी के महमूद ने भटिंडा के शासक सुखपाल पर 1007 ईस्वी में

17 December 2021

भारत पर मोहम्मद बिन कासिम का आक्रमण


मुहम्मद बिन क़ासिम इस्लाम के शुरूआती काल में उमय्यद ख़िलाफ़त के एक अरब सिपहसालार थे. उनहोंने 17 साल की उम्र में भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमी इलाक़ों पर हमला बोला और सिन्धु नदी के साथ लगे सिंध और पंजाब क्षेत्रों पर क़ब्ज़ा कर लिया. यह अभियान भारतीय उपमहाद्वीप में आने वाले मुस्लिम राज का एक बुनियादी घटना-क्रम माना जाता है. इन्होंने राजा दाहिर को रावर के युद्ध में बुरी तरह परास्त किया. मुहम्मद बिन क़ासिम का जन्म आधुनिक सउदी अरब में स्थित ताइफ़ शहर में हुआ था. वह उस इलाक़े के अल-सक़ीफ़ क़बीले का सदस्य

16 December 2021

देखिए पैगंबर के निधन के बाद खलीफा बनने के लिए कैसे छिड़ा युद्ध

खलीफा अरबी भाषा में ऐसे शासक को कहते हैं जो किसी इस्लामी राज्य या अन्य शरिया (इस्लामी कानून) से चलने वाली राजकीय व्यवस्था का शासक हो. पैगम्बर मुहम्मद की 8 जून 632 ईसवी में मृत्यु के बाद खलीफा पूरे मुस्लिम क्षेत्र के राजनैतिक नेता माने जाते थे. खलीफाओं का सिलसिला अन्त में जाकर उस्मानी साम्राज्य के पतन पर तुर्की के शासक मुस्तफा कमालपाशा द्वारा 1924 ई॰ में ही समाप्त हुआ. अरबी में 'खलीफा' शब्द का मतलब 'प्रतिनिधि' या 'उत्तराधिकारी' होता है. पैगम्बर मुहम्मद की 632 ईसवी में मृत्यु के बाद पूरे मुस्लिम जगत की राजनैतिक बागडोर संभालने वालों को

11 December 2021

भारत पर सेन राजवंश की स्थापना


सेन राजवंश भारत का एक राजवंश का नाम था, जिसने 12वीं शताब्दी के मध्य में बंगाल पर अपना प्रभुत्व स्थापित किया. सेन राजवंश ने बंगाल पर 160 वर्राषो तक राज किया. अपने चरमोत्कर्ष के समय भारतीय महाद्वीप का पूर्वोत्तर क्षेत्र इस साम्राज्य के अन्तर्गत आता था. इस वंश का मूलस्थान कर्णाटक था. पालवंश के राजा देवपाल के समय से पाल सम्राटों ने कर्णाटक के कुछ साहसी वीरों को अधिकारी पदों पर नियुक्त किया. कालांतर में ये अधिकारी, जो दक्षिण से आए थे, शासक बन गए और स्वयं को राजपुत्र कहने लगे.

मगध पर पालवंश की स्थापना


पालवंश पूर्व मध्यकालीन राजवंश था जिन्होंने मगध पर 750ई. से लेकर 1174 ई. तक शासन किया. जब हर्षवर्धन काल के बाद समस्त उत्तरी भारत में राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक गहरा संकट उत्पन६न हो गया, तब बिहार, बंगाल और उड़ीसा के सम्पूर्ण क्षेत्र में पूरी तरह अराजकत फैली थी. इसी समय गोपाल ने बंगाल में एक स्वतन्त्र राज्य घोषित किया. जनता द्वारा गोपाल को सिंहासन पर आसीन किया गया था. वह योग्य और कुशल शासक था, जिसने 750 ई. से 770ई. तक शासन किया. इस दौरान उसने औदंतपुरी (बिहार शरीफ) में एक मठ तथा विश्‍वविद्यालय का निर्माण

07 December 2021

देखिए लिच्छवी की सुंदरी आम्रपाली को खूबसूरती के कारण क्यों नगर वधू बनना पड़ा ?



वह बहुत खूबसूरत थी, उसकी आंखें बड़ी-बड़ी और काया बेहद आकर्षक थी. जो भी उसे देखता था वह अपनी नजरें उस पर से हटा नहीं पाता था. लेकिन उसकी यही खूबसूरती, उसका यही आकर्षण उसके लिए श्राप बन गया. एक आम लड़की की तरह वो भी खुशी-खुशी अपना जीवन जीना चाहती थी लेकिन ऐसा हो नहीं सका. वह अपने दर्द को कभी बयां नहीं कर पाई और अंत में वही हुआ जो उसकी नियति ने उससे करवाया. यही खूबसूरती आम्रपाली के लिए जी का जंजाल बना और कोठे पर लाकर बैठा दिया. वह किसी की पत्नी तो नहीं बन सकी लेकिन संपूर्ण नगर की नगरवधू जरूर बन गई. आम्रपाली ने अपने लिए यह जीवन स्वयं नहीं चुना

06 December 2021

मगध पर वर्धन वंश का शासन और सम्राट हर्षवर्धन


पुष्यभूति राजवंश जिसे वर्धन वंश के रूप में भी जाना जाता है, ने छठी और सातवीं शताब्दी के दौरान उत्तरी भारत के कुछ हिस्सों पर शासन किया. पुष्यभूति श्रीकांत जनपद (आधुनिक कुरुक्षेत्र जिला ) में रहते थे, जिनकी राजधानी थानेसर थी. शिव के एक भक्त, पुष्यभूति "दक्षिण" के एक शिक्षक, भैरवाचार्य के प्रभाव में, एक श्मशान भूमि पर एक तांत्रिक अनुष्ठान में शामिल हो गए. इस अनुष्ठान के अंत में, एक देवी ने उन्हें राजा का अभिषेक किया और उन्हें एक महान राजवंश के संस्थापक के रूप में आशीर्वाद दिया. पुष्यभूति वंश ने मूल रूप से अपनी राजधानी थानेसर के आसपास के एक छोटे से क्षेत्र

03 December 2021

मगध पर गुप्तवंश की स्थापना


गुप्त राजवंश प्राचीन भारत के प्रमुख राजवंशों में से एक था. इतिहासकारों द्वारा इस अवधि को भारत का स्वर्ण युग माना जाता है. मौर्य वंश के पतन के बाद दीर्घकाल में भारत में राजनीतिक एकता स्थापित नहीं रही. मौर्य वंश के पतन के पश्चात नष्ट हुई राजनीतिक एकता को पुनः स्थापित करने का श्रेय गुप्त वंश को है. गुप्त साम्राज्य की नींव तीसरी शताब्दी के चौथे दशक में तथा उत्थान चौथी शताब्दी की शुरुआत में हुआ। गुप्त वंश का प्रारम्भिक राज्य आधुनिक उत्तर प्रदेश और बिहार में था. गुप्त राजवंश की स्थापना महाराजा गुप्त ने लगभग 275 ई.में की थी. उनका वास्तविक नाम श्रीगुप्त था. श्रीगुप्त

01 December 2021

मगध पर शुंगवंश, कण्ववंश एंव सातवाहन वंश की स्थापना


मगध साम्राज्य के महान मौर्य सम्राट अशोक की मृत्यु लगभग 236 ई.पू. में हुई थी. मौर्य सम्राट की मृत्यु के उपरान्त करीबन दो सदियों से चले आ रहे 
शक्‍तिशाली मौर्य साम्राज्य का विघटन होने लगा. अशोक के उपरान्त अगले पाँच दशक तक उनके निर्बल उत्तराधिकारी शासन संचालित करते रहे. मौर्य सम्राज्य का अन्तिम सम्राट वृहद्रथ था जिसके शासन काल में भारत पर विदेशी आक्रमण बढते जा रहे थे. सम्राट बृहद्रथ ने उनका मुकाबला करने से मना कर दिया. तब प्रजा और सेना में विद्रोह होने लगा. उस समय पुष्यमित्र शुंग मगध का

24 November 2021

गुरु तेग बहादुर सिंह जिन्होंने धर्म की रक्षा के लिए शहीद हो गये लेकिन कभी मुगलो के आधिपत्य को स्वीकार नहीं किया

भारत में सभी धर्मों को समान नजर से देखा जाता है लेकिन यह कथन हमेशा सिर्फ कागजी ही लगता है. इतिहास गवाह है कि भारत में धर्म के नाम पर बहुत ही क्रुर दंगे हुए हैं. यह दंगे ना सिर्फ भारत की धर्म-निरपेक्षता पर बहुत बड़ा सवाल खड़ा करते हैं बल्कि यह दंगे उस देश में हो रहे हैं जहा महापुरुषों ने अपने जीवन का बलिदान तक देकर धर्म की रक्षा की है. धर्म के नाम पर मर मिटने की जब भी बात होती है तो सिख समुदाय के गुरुतेग बहादुर जी का नाम बड़ी ही इज्जत और सम्मान के साथ लिया जाता है. अपने धर्म के नाम पर उन्होंने अपने सिर को भी कुर्बान कर दिया. आज उनका बलिदान दिवस है तो चलिए जानते हैं उनके बारें में कुछ बातें.

22 November 2021

मौर्य राजवंश के महान राजा चक्रवर्ती सम्राट अशोक


चक्रवर्ती सम्राट अशोक (ईसा पूर्व 304 से ईसा पूर्व 232)  भारतीय मौर्य राजवंश के महान सम्राट थे. अशोक सम्राट बौद्ध धर्म के सबसे प्रतापी राजा थे. सम्राट अशोक का पूरा नाम देवानांप्रिय अशोक मौर्य था. उनका राजकाल ईसा पूर्व 269 से, 232 प्राचीन भारत में था. मौर्य राजवंश के चक्रवर्ती सम्राट अशोक ने अखण्ड भारत पर राज्य किया है तथा उनका मौर्य साम्राज्य उत्तर में हिन्दुकुश, तक्षशिला की श्रेणियों से लेकर दक्षिण में गोदावरी नदी, सुवर्णगिरी पहाड़ी के दक्षिण तथा मैसूर तक तथा पूर्व में बांग्लादेश, पाटलीपुत्र से पश्चिम में अफ़गानिस्तान, ईरान, बलूचिस्तान तक पहुँच गया था. सम्राट अशोक का साम्राज्य आज का सम्पूर्ण भारत, पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान,

21 November 2021

चंद्रगुप्त मौर्य जिन्होंने नंदवंश के राजा घनानंद को पराजित कर मौर्य साम्राज्य की स्थापना की


चन्द्रगुप्त मौर्य ने अपने गुरू चाणक्य की सहायता से 322 ई.पू. में धनानन्द की हत्या कर मौर्य वंश की नींव डाली थी. चन्द्रगुप्त मौर्य ने नन्दों के अत्याचार व घृणित शासन से मुक्‍ति दिलाई और देश को एकता के सूत्र में बाँधा और मौर्य साम्राज्य की स्थापना की. चन्द्रगुप्त पिप्पलिवन के सूर्यवंशी मौर्य वंश का था. चन्द्रगुप्त के पिता पिप्पलिवन के नगर प्रमुख थे. जब वह गर्भ में ही था तब उसके पिता की मृत्यु युद्धभूमि में हो गयी थी. चंद्र गुप्त मौर्य की माता का नाम मुरा था. जब चन्द्रगुप्त 10 वर्ष के थे तो उनकी मां मुरा का भी देहांत हो गया था और तब से उनकी परवरिश एक गोपालक द्वारा किया गया था. चरावाह तथा शिकारी रूप में ही राजा-गुण होने का पता आचार्य चाणक्य ने कर लिया था तथा उसे एक हजार में खरीद लिया. तत्पश्‍चात्‌ तक्षशिला लाकर सभी विद्या में निपुण बनाया.

चाणक्य का अपमान करने पर हुआ राजा घनानंद का सत्यानाश


चाणक्य भारत के महान अर्थशास्त्री, राजनीति के ज्ञाता मानें जाते हैं. वे बचपन से ही अन्य बालकों से भिन्न थे. उनके तार्किकता का कोई जवाब नहीं था. चाणक्य को बचपन से ही वेद पुराणों में बहुत रूचि थी. 
इतिहास में उनका नाम एक कुशल नेतृत्वकर्ता व बड़े रणनीतिकारों में शामिल है. इनके सर्वगुणसंपन्न होने की ही वजह से ही इनको अनेक नामों से पुकारा जाता है, जिसमें कौटिल्य, विष्णुगुप्त, वात्स्यान, मल्ल्नाग व् अन्य नाम शामिल हैं. चाणक्य का जन्म 350 ई.पू. में तक्षशिला में हुआ था. उनके पिता चणक मुनि एक महान शिक्षक थे. इनके पिता ने बचपन में उनका नाम कौटिल्य रखा था. एक शिक्षक होने के नाते चणक मुनि अपने राज्य की रक्षा के लिए बेहद चिंतित थे.

20 November 2021

सिकंदर का भारत पर आक्रमण और भारत के महान वीर योद्धा पोरस के साथ युद्ध


सिकंदर (356 ईपू से 323 ईपू) मेसेडोनिया. का ग्रीक प्रशासक था. वह एलेक्ज़ेंडर तृतीय तथा एलेक्ज़ेंडर मेसेडोनियन नाम से भी जाना जाता है. सिकंदर अपने पिता की मृत्यु के पश्चात अपने सौतेले व चचेरे भाइयों का कत्ल करने के बाद यूनान के मेसेडोनिया के सिन्हासन पर बैठा था. अपनी महत्वाकांक्षा के कारण वह विश्व विजय को निकला. उसकी खास दुश्मनी ईरानियों से थी. सिकंदर ने ईरान के पारसी राजा दारा को पराजित कर दिया और विश्व विजेता कहलाने लगा. यहीं से उसकी भूख बड़ गई. इतिहास में वह कुशल और यशस्वी सेनापतियों में से एक माना गया है. अपनी मृत्यु तक वह उन सभी भूमि

मगध सम्राज्य पर शिशुनाग राजवंश एंव नन्द सम्राज्य की स्थापना


मगध में हर्यक वंश के राजा नागदशक को उसका सेनापति शिशुनाग ने राज्य विद्रोह कर 492 ई.पू. में हत्या कर दिया और स्वंय मगध का राजा बन गया और मगध पर इस प्रकार शिशुनाग वंश की स्थापना की. शिशुनाग लिच्छवि राजा के वेश्या पत्‍नी से उत्पन्‍न पुत्र था. पुराणों के अनुसार वह क्षत्रिय था. इसने सर्वप्रथम मगध के प्रबल प्रतिद्वन्दी राज्य अवन्ति पर आक्रमण कर उसे अपने राज्य में मिलाया. मगध की सीमा पश्‍चिम मालवा तक फैल गई और वत्स को मगध में मिला दिया. वत्स और अवन्ति के मगध में विलय से, पाटलिपुत्र को पश्‍चिमी देशों से व्यापारिक मार्ग के लिए रास्ता खुल गया.

19 November 2021

देखिए मगध पर हर्यक वंश के संस्थापक बिंबिसार


बिम्बिसार को मगध साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक/राजा माना जाता है. बिम्बिसार ने हर्यक वंश की स्थापना 544 ई.पू. में की थी. इसके साथ ही राजनीतिक शक्‍ति के रूप में बिहार का सर्वप्रथम उदय हुआ. बिम्बिसार ने गिरिव्रज (राजगीर) को अपनी राजधानी बनायी. बिम्बिसार एक कूटनीतिज्ञ और दूरदर्शी शासक था. उसने प्रमुख राजवंशों में वैवाहिक सम्बन्ध स्थापित कर राज्य को फैलाया. सबसे पहले उसने लिच्छवि गणराज्य के शासक चेतक की पुत्री चेलना के साथ विवाह किया. दूसरा प्रमुख वैवाहिक सम्बन्ध कौशल राजा प्रसेनजीत की बहन महाकौशला के साथ विवाह किया. इसके बाद भद्र देश की राजकुमारी क्षेमा के साथ विवाह किया.

राजनीतिक विचारधारा का लेफ्ट और राइट में बंटवारा, क्यों वामपन्थी नहीं स्वीकारना चाहते राष्ट्रवाद

भारत में राजनीति का इतिहास बहुत ही गहरा है जिसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं. भारत वो देश है जहाँ के हालात बहुत ही भिन्न रहे फिर वो चाहे हिन्दू राजाओं का दौर हो, मुस्लिम साम्राज्य का दौर हो या फिर अंग्रेजी शासन का दौर हो भारत दूसरों के द्वारा थोपी हुई विचारधारा के अधीन ही रहा जिसका कारण था राष्ट्रवाद की भावना का ना होना और देश के अपने ही लोगों में वैचारिक मतभेद. खैर राजा महाराजा एवं अंग्रेजों के दौर को मैं

18 November 2021

अखंड भारत में शासन व्यवस्था और मगध सम्राज्य का उदय


प्राचीन काल में छठी शताब्दी ईoपूo में अखण्ड भारत में शासन व्यवस्था चलाने के लिए अखण्ड भारत को सोलह महाजनपदों में बाटा गया था. इसकी जानकारी बौद्ध ग्रन्थ अंगुत्तर निकाय और जैन ग्रन्थ भगवतीसूत्र से प्राप्त होती है. इन 16 महाजनपदों में से 14 राजतंत्र और दो (वज्जि, मल्ल) गणतंत्र थे. बुद्ध काल में सर्वाधिक शक्तिशाली महाजनपद था– वत्स, अवन्ति, मगध, कोसल.

17 November 2021

देखिए जम्बूद्वीप से अखंड भारत कैसे बना और फिर टुकड़े-टुकड़े में खंडित कैसे हुआ



अखंड बोलना इसलिए पड़ता है क्योंकि सबकुछ खंड-खंड हो चला है. जम्बूद्वीप से छोटा है भारतवर्ष. भारतवर्ष में ही आर्यावर्त स्थित था. आज न जम्बूद्वीप है न भारतवर्ष और न आर्यावर्त. आज सिर्फ हिन्दुस्थान है और सच कहें तो यह भी नहीं. आओ जानते हैं भारतवर्ष के बनने की कहानी:

इंद्र के बाद व्यवस्थाएं बदली और स्वायंभुव मनु संपूर्ण धरती के शासन बने. उनके काल में धरती सात द्वीपों में

16 November 2021

जानिए विश्व के प्रसिद्ध विश्वविद्यालय नालन्दा, विक्रमशिला और ओदंतपुरी को किसने जलाया

नालंदा विश्वविद्यालय:
 
शिक्षा के मामले में आज भले ही भारत दुनिया के कई देशों से पीछे हो, लेकिन एक समय था, जब हिंदुस्तान शिक्षा का केंद्र हुआ करता था. भारत में ही दुनिया का पहला विश्वविद्यालय खुला था, जिसे नालंदा विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है. इस विश्वविद्यालय की स्थापना गुप्त शासक कुमारगुप्त प्रथम (450-470) ने की थी. इस विश्वविद्यालय को नौवीं शताब्दी से बारहवीं शताब्दी तक अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त थी, लेकिन अब यह एक खंडहर बनकर रह चुका है, जहां दुनियाभर से लोग घूमने के लिए आते हैं. बिहार के नालंदा में स्थित इस

15 November 2021

भारत के महान राजा चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य जिन्होंने अखंड भारत पर राज किया

सम्राट विक्रमादित्य उज्जैन के राजा थे, जो अपने ज्ञान, वीरता और उदारशीलता के लिए प्रसिद्ध थे. सम्राट विक्रमादित्य गर्दभिल्ल वंश के शासक थे इनके पिता का नाम राजा गंधर्वसेन  था. 
नाबोवाहन के पुत्र राजा गंधर्वसेन भी चक्रवर्ती सम्राट थे.  उनके और भी नाम थे जैसे गर्द भिल्ल, गदर्भवेष. गंधर्वसेन के पुत्र विक्रमादित्य और भर्तृहरी थे. विक्रम की माता का नाम सौम्यदर्शना था जिन्हें वीरमती और मदनरेखा भी कहते थे. उनकी एक बहन थी जिसे मैनावती कहते थे. उनके पराक्रम को देखकर ही उन्हें महान सम्राट कहा गया और उनके नाम की उपाधि कुल 14 भारतीय राजाओं को दी गई.

13 November 2021

पाकिस्तानी नौसेना की बढ़ी ताकत, चीन ने Pakistan को सौंपा अत्याधुनिक 054 युद्धपोत

चीन ने हाल ही में पाकिस्तान को पहला टाइप 054 युद्धपोत सौंपा है. ये युद्धपोत उस समझौते के तहत सौंपा गया है जिसके तहत चीन को पाकिस्तानी नौसेना के लिए चार युद्धपोत बनाने हैं. फिलहाल चीन ने जिस युद्धपोत की आपूर्ति पाकिस्‍तान को की है वो इस समझौते के तहत सौंपा गया पहला युद्धपोत है. 
चीन ने पाकिस्तान को एक विध्वंसक युद्धपोत दिया है. इससे पाकिस्तान की नौसेना की ताकत में बड़ा इजाफा होगा. चीन की स्‍थानीय मीडिया के अनुसार इस युद्धपोत का निर्माण चाइना शिपबिल्डिंग कारपोरेशन लिमिटेड (सीएसएसएल) ने किया है. ग्‍लोबल टाइम्‍स की रिपोर्ट के अनुसार चीन ने इस युद्धपोत को एक कमीशन सेरेमनी के दौरान पाकिस्तानी नौसेना को सौंपा है.

05 November 2021

भारत का राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तम्भ

आज हम इतिहास के पन्नों से कुछ जानकारी आपसे साझा करेंगे जिसका सीधा संबंध हमसे और हमारे देश से है. 
उत्तर प्रदेश के सारनाथ स्थित अशोक स्तम्भ के सिंहों को 26 जनवरी 1950 को राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में मान्यता मिली थी. ये दहाड़ते हुए सिंह धर्म चक्र प्रवर्तन के रूप में दृष्टिमान हैं. बुद्ध ने वर्षावास समाप्ति पर भिक्षुओं को चारों दिशाओं में जाकर लोक कल्याण हेतु ‘बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय’ का आदेश दिया था, जो आज सारनाथ के नाम से विश्विविख्यात है. इसलिए यहाँ पर मौर्य साम्राज्य के तीसरे सम्राट व सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य के पौत्र महान चक्रवर्ती सम्राट अशोक ने चारों दिशाओं में गर्जना करते हुए शेरों को बनवाया था.

29 October 2021

बख्तियारपुर नाम नहीं एक कलंक है बिहार के माथे पर

बख्तियारपुर बिहार का एक शहर है जो पटना जिले में पड़ता है. इस शहर को तुर्क आक्रमणकारी बख्तियार खिलजी ने बसाया था. 
उसका पूरा नाम इख्तियारुद्दीन मुहम्मद बिन बख्तियार खिलजी था. बिहार का वह मुगल शासक था. उस समय दिल्ली के बादशाह कुतुबुद्दीन एबक ने यूपी के मिर्जापुर की जिम्मेदारी बख्तियार खिलजी को दिया था. यूपी से बिहार और बंगाल नजदीक होने के कारन उसका नजर बिहार और बंगाल पर पड़ा और वह पुरे बिहार पर अधिकार कर लिया. एक समय बख्तियार खिलजी बहुत ज्यादा बीमार पड़

22 October 2021

प्रथम अश्वेत अमेरिकी विदेश मंत्री कॉलिन पॉवेल का निधन

अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री कॉलिन पॉवेल (Colin Powell) का सोमवार को कोरोना के कारण निधन हो गया है. वह 84 वर्ष के थे. वे 2001 में राज्य सचिव के रूप में राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश (George W. Bush) के प्रशासन में शामिल हुए. वह विश्व मंच पर अमेरिकी सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले पहले अश्वेत व्यक्ति थे. इसके अलावा वह ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन भी रह चुके थे. 
बता दें की ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (Joint Chiefs Of Staff) के चेयरमैन रहे कॉलिन पॉवेल को बुश प्रशासन के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री बनने का अवसर मिला था. विदेश मंत्री के पद पर रहते हुए उन्होंने अमेरिका के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए. 

19 October 2021

मोहम्मद पैगम्बर

मुस्लिम धर्म के प्रवर्तक हजरत मोहम्मद माने जाते हैं, जिन्होंने अपनी धार्मिक सहिष्णुता एवं श्रेष्ठ चारित्रिक गुणों से इस धर्म को एक महान् धर्म के रूप में प्रतिष्ठित किया था. मानवीय आधार पर इस धर्म की स्थापना करके उन्होंने आपसी सदभाव और मैत्री का सन्देश दिया था. सभी मनुष्यो को ईश्वर की सन्तान बताते हुए उन्होंने धार्मिक सदभाव व एकता का पाठ पढ़ाया. 
उनका जन्म व मृत्यु 571-632 ईसा के बीच मानी जाती है. अरब देश के काबा नामक शहर में हजरत मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था. उनके पिता हजरत अब्दुल्लाह और माता बीबी आमना थीं. ये लोग कौरेश नाम के घरानों से थे. जब

18 October 2021

WHO ने कोरोना वायरस की उत्पत्ति की पहचान के लिए बनाया वैज्ञानिक सलाहकार समूह

13 अक्टूबर, 2021 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने नोवेल पैथोजेन्स (SAGO) की उत्पत्ति पर अपने नये वैज्ञानिक सलाहकार समूह के लिए 26 विशेषज्ञों के नाम दिए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा गठित इस समूह में ऐसे कई प्रतिनिधि शामिल हैं जिन्होंने SARS-CoV-2 कोरोना वायरस के स्रोत की जांच करने के लिए चीन के वुहान में संबद्ध मिशन पर काम किया है. 
WHO के एक बयान में 26 प्रस्तावित सदस्यों को सार्वजनिक परामर्श की दो सप्ताह की अवधि से पहले नामित किया है, जिसमें थिया फिशर, मैरियन कोपमैन, हंग गुयेन और चीनी पशु स्वास्थ्य विशेषज्ञ यांग युंगुई शामिल हैं, जिन्होंने वर्ष, 2021 में हुई इससे पहले की संयुक्त जांच में भी भाग लिया था.

13 September 2021

उत्तर कोरिया ने लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया

उत्तर कोरिया ने नई विकसित लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. अमेरिका से तनाव के बीच उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन ने लंबी दूरी तक मार करने वाली क्रूज मिसाइल का परीक्षण कर अन्य बड़े देशों को अपनी ताकत का एहसास करा दिया है. इस परीक्षण की जानकारी उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने दी है. 
बता दें कि ये परीक्षण ऐसे समय में किए गए हैं, जब अमेरिका के साथ चल रहे उत्तरी कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर जाती गतिरोध खत्म होने की भी संभावना नजर नहीं आ रही है. उत्तर कोरिया की खराब रणनीतिक व्यवस्था और बढ़ रही भुखमरी के बीच हथियारों को लेकर उत्तर कोरिया की भूख बढ़ती जा रही है.

09 September 2021

तालिबान ने अफगानिस्तान में कार्यवाहक सरकार का ऐलान किया

तालिबान ने अफगानिस्तान में नई सरकार की घोषणा कर दी है, लेकिन ये एक "कार्यवाहक सरकार" होगी. मुल्ला हसन अखुंद अफगानिस्तान में तालिबान की नई सरकार का नेतृत्व करेंगे. तालिबान के प्रवक्ता ज़बीउल्लाह मुजाहिद ने 07 सितंबर को शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नई कार्यवाहक सरकार की घोषणा की. 
तालिबान के प्रवक्ता ज़बीउल्लाह मुजाहिद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि तालिबान के संस्थापकों में से एक मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद सरकार के मुखिया यानी प्रधानमंत्री होंगे और मुल्ला अब्दुल ग़नी बरादर उप प्रधानमंत्री होंगे. मुल्ला अब्दुल ग़नी बरादर तालिबान के सह संस्थापक हैं.

17 August 2021

अफगानिस्तान पर फिर तालिबान का कब्जा, अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने छोड़ा देश

तालिबान ने फिर अफगानिस्तान पर कब्जा जमा लिया है. तालिबान के आतंकियों ने काबुल की घेराबंदी कर ली और जब काबुल में घुसे अफगानिस्तान की फौज ने सरेंडर कर दिया. इसके बाद सरकार और तालिबान के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत हुई और राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर चले गए. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी देश से ताजिकिस्तान के लिए रवाना हो गए हैं. 
राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ एनएसए हमदुल्लाह मोहिब समेत कई दूसरे नेताओं ने भी देश छोड़ दिया है. राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ने के कुछ ही घंटों बाद तालिबान ने काबुल में अफगान राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया है. तालिबान ने यह भी कहा है कि अफगानिस्तान में सत्ता हस्तांतरण के लिए कोई भी अंतरिम सरकार नहीं बनाई जाएगी.

20 July 2021

नेपाल के नए प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने विश्वास मत जीता

नेपाल के नवनियुक्त प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने 18 जुलाई 2021 को नेपाली संसद का विश्वास मत हासिल कर लिया. उन्हें 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 165 सदस्यों का समर्थन मिला. देउबा को नेपाली सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री नियुक्त किया था और एक माह में विश्वास मत साबित करने को कहा था. 
83 सांसदों ने नवगठित सरकार के विरोध में मतदान किया. इस तरह सरकार ने आसानी से संसद में अपना बहुमत साबित कर लिया. संसद की प्रतिनिधि सभा में 275 सदस्य हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देउबा को विश्वास मत हासिल करने पर बधाई दी है.

15 July 2021

शेर बहादुर देउबा ने ली नेपाल के प्रधानमंत्री पद की शपथ

शेर बहादुर देउबा ने नेपाल के नए प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है. नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा 13 जुलाई 2021 को पाँचवीं बार नेपाल के प्रधानमंत्री बने हैं. राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने संविधान के अनुच्छेद 76(5) के तहत उन्हें प्रधानमंत्री नियुक्त किया. 
इससे पहले नेपाल के कार्यवाहक प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया. यह इस्तीफा नेपाल सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद दिया गया है. इस्तीफे के बाद केपी ओली ने कहा कि हमारी पार्टी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करती है. इसलिए मैंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. इससे पहले शेर बहादुर देउबा चार बार- पहली बार सितंबर 1995- मार्च 1997, दूसरी बार जुलाई 2001- अक्टूबर 2002, तीसरी बार जून 2004- फरवरी 2005 और चौथी बार जून 2017- फरवरी 2018 तक प्रधानमंत्री रह चुके हैं.

05 July 2021

दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को 15 महीने जेल की सजा

दक्षिण अफ्रीका के उच्चतम न्यायालय ने देश के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को अदालत की अवमानना के लिए 29 मई 2021 को 15 महीने कैद की सजा सुनाई है. पिछले वर्ष नवंबर में स्टेट कैप्चर में जांच आयोग के समक्ष सुनवाई का बहिष्कार करने और फिर इसमें शामिल होने से इंकार करने के लिए उन्हें सजा सुनाई गई. 
उनको अदालत की अवमानना में यह सजा सुनाई गई है. जैकब जुमा 2009 से 2018 तक दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति रहे थे. उनकी जोंडो कमीशन के द्वारा जांच की जा रही है. सजा सुनाने के दौरान जुमा अदालत में उपस्थित नहीं थे.

17 June 2021

भारतवंशी सत्या नडेला बने माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन

सॉफ्टवेयर बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने सत्या नडेला को चेयरमैन नियुक्त किया है. भारतीय मूल के नडेला पिछले सात साल से कंपनी के सीईओ हैं. उनके नेतृत्व में कंपनी ने नई बुलंदियों को छुआ है. 
सत्या नडेला अब जॉन थॉमसन की जगह लेंगे जो एक बार फिर लीड इंडिपेंडेंट डायरेक्टर (Lead Independent Director) की भूमिका में वापस लौटेंगे. जॉन थॉमसन को साल 2014 में चेयरमैन बनाया गया था. वे उससे पहले कंपनी के बोर्ड में लीड इंडिपेंडेंट डायरेक्टर थे. नडेला कंपनी के तीसरे सीईओ हैं और कंपनी के इतिहास में तीसरे

15 June 2021

हार्ड-राइट टेक करोड़पति नफ्ताली बेनेट बने इज़राइल के नए प्रधानमंत्री

13 जून, 2021 को संसद द्वारा एक नई सरकार को मंजूरी देने के बाद, एक करोड़पति पूर्व तकनीकी उद्यमी, जिन्होंने कट्टर धार्मिक-राष्ट्रवादी बयानबाजी के साथ राजनीति में शोहरत हासिल की है, को इज़राइल के नए प्रधान मंत्री के तौर पर चुना गया है. 
नफ़्ताली बेनेट खुले तौर पर धार्मिक जीवन शैली का नेतृत्व करने वाले इज़राइल के पहले प्रधानमंत्री होंगे और धार्मिक यहूदी पुरुषों द्वारा पहनी जाने वाली छोटी टोपी ‘किप्पा’ का समर्थन करने वाले पहले व्यक्ति होंगे.

08 June 2021

चीन ने 3 से 17 साल तक के बच्चों के लिए कोविड -19 वैक्सीन को मंजूरी दी

चीन ने 3 से 17 साल तक की उम्र के बच्चों के लिए सिनोवैक बायोटेक की वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. चीन, तीन साल की उम्र के बच्चों के लिए वैक्सीन की मंजूरी देने वाला पहला देश बन गया. वहां अबतक 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को ही वैक्सीन लगाई जा रही थी. 
अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप और कुछ अन्य देशों में 12 से 16 साल की उम्र के किशोरों को टीका देने की शुरुआत हुई है. हालांकि, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि किस आयु वर्ग को और कब चीन में इस टीके की पहली खुराक दी जाएगी. चीन की सरकारी कंपनी सिनोफार्म ने भी किशोरों के लिए अपनी वैक्सीन की अनुमति मांगी है.

01 June 2021

चीन ने खत्म की दो-बच्चोंं वाली नीति, अब तीन संतानों की मिली अनुमति

चीनी सरकार ने हाल ही में अपने नागरिकों के लिए बच्‍चों के जन्म को लेकर लगाए गए प्रतिबंधों में ढील दे दी है. पहले देश में अधिकतम दो बच्चों को जन्म देने की इजाजत थी लेकिन अब अधिकतम बच्चों की संख्या बढ़ाकर तीन कर दी गई है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अध्यक्षता में एक पोलित ब्यूरो की बैठक के दौरान बदलाव को मंजूरी दी गई. 
चीन में 31 मई 2021 को यह घोषणा की गई कि अब देश के प्रत्येक दंपत्ति को दो नहीं बल्कि तीन बच्चों को जन्म देने की अनुमति होगी. सरकार ने यह कदम घटती प्रजनन दर में सुधार लाने और वर्कफोर्स की संख्‍या में आ रही गिरावट को रोकने हेतु उठाया है. साल 2019 में चीन में प्रसव दर लगभग छह दशकों में सबसे निचले स्तर पर आ गई थी.

28 May 2021

मालदीव के अड्डू शहर में खुलेगा भारत का पहला वाणिज्य दूतावास

केंद्र सरकार ने मालदीव में भारत की राजनयिक मौजूदगी को बढ़ावा देने के लिए इस साल वहां के अड्डू शहर में एक नया वाणिज्य दूतावास खोलने की 25 मई 2021 को मंजूरी दे दी है. मालदीव में पहला वाणिज्य दूतावास खोलने संबंधी निर्णय मालदीव में चीन के प्रभाव बढ़ाने के लगातार प्रयासों के बीच आया है. 
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2021 में मालदीव के अड्डू शहर में भारत के एक नए वाणिज्य दूतावास को खोलने की मंजूरी दे दी है. इसमें कहा गया है कि भारत की ‘पड़ोस पहले की’ नीति’ में इस देश (मालदीव) का अहम स्थान है.

17 May 2021

केपी शर्मा ओली एक बार फिर से नेपाल के प्रधानमंत्री नियुक्त किए गए

केपी शर्मा ओली एक बार फिर से नेपाल के प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिए गए हैं. नेपाल की राष्ट्रपति विद्या भण्डारी ने नेपाल की संविधान के तहत सबसे बड़े दल के नेता होने के कारण ओली को प्रधानमंत्री पद पर नियुक्त किया है. 
नेपाल की संसद में विश्वास का मत हारने के बाद राष्ट्रपति ने गठबन्धन की सरकार बनाने के लिए तीन दिन का समय दिया था. लेकिन नेपाल की विपक्षी पार्टियों की तमाम कोशिश के बावजूद बहुमत जुटाने में नाकाम रहे. राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने  14 मई

चीन की जनसंख्या बढ़कर 1.41178 अरब, जनसंख्या बढ़ोतरी की दर शून्य के करीब पहुंची

चीन ने 11 मई 2021 को जनगणना के सरकारी आंकड़े जारी किये हैं जिनसे पता चलता है कि बीते दशकों में चीन की आबादी सबसे धीमी गति से बढ़ी है. राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, चीन की आबादी पिछले एक दशक में 72 मिलियन बढ़कर 1.411 बिलियन हो गई है. 
पिछले 10 सालों में चीन की आबादी में 5.38 प्रतिशत का इजाफा हुआ है और अब चीन की आबादी बढ़कर 141 करोड़ हो चुकी है. चीन की राष्ट्रीय जनगणना की रिपोर्ट के अनुसार चीन की आबादी में औसतन हर साल 0.53 प्रतिशत का ही इजाफा होता आया है.

02 May 2021

ब्रिटेन के मोटर मार्गों पर चलेंगी सेल्फ-ड्राइविंग कारें, बना दुनिया का ऐसा पहला देश

यूनाइटेड किंगडम 28 अप्रैल, 2021 को दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है, जिसकी सरकार ने यह घोषणा कर दी है कि, वह अपने मोटर मार्गों पर धीमी गति से सेल्फ-ड्राइविंग कारों के उपयोग को नियमित करेगा. इस किस्म के पहले वाहन वर्ष, 2021 में सार्वजनिक सड़कों पर अपना प्रदर्शन कर सकते हैं. ब्रिटेन के परिवहन मंत्रालय ने यह भी बताया कि, यह स्वचालित लेन कीपिंग सिस्टम - ALKS - के साथ शुरू होगा जो लेन के भीतर कारों को रखने के लिए सॉफ्टवेयर और सेंसर का उपयोग करता है और उन्हें बिना ड्राइवर इनपुट के ब्रेक लगाने और अपने गति बढ़ाने की अनुमति देता है.

ब्रिटेन सरकार के अनुसार, ALKS का उपयोग मोटर मार्गों तक सीमित रहेगा. इन वाहनों की अधिकतम गति 37 मील (60 किमी) प्रति घंटे होनी चाहिए. ब्रिटेन सरकार की योजना ऑटोनोमस ड्राइविंग तकनीक को क्रियान्वित करने में सबसे आगे रहना है. परिवहन मंत्रालय के पूर्वानुमान के अनुसार, वर्ष, 2035 तक नई यूके कारों में से लगभग 40% में सेल्फ-ड्राइविंग क्षमताएं हो सकती हैं, जो 38,000 नई कुशल नौकरियों का निर्माण करेंगी.

20 April 2021

ब्रिटेन सरकार ने भगोड़े आर्थिक अपराधी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी

यूनाइटेड किंगडम की गृह सचिव प्रीति पटेल ने भगोड़े भारतीय आर्थिक अपराधी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है. इस बारे में 16 अप्रैल, 2021 को केंद्रीय जांच ब्यूरो के अधिकारी द्वारा सूचित किया गया था. 
यह भारत के लिए बहुत अच्छी खबर है, क्योंकि नीरव मोदी भारत में मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के आरोपों में वांछित है. नीरव मोदी पर केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय के नियंत्रण में शामिल मामलों में कई आरोप लगे हुए हैं. उन पर पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में 14000 करोड़ रुपये (2.2

हॉन्ग कॉन्ग ने 14 दिनों के लिए भारत से जुड़ी सभी उड़ानें स्थगित की

हॉन्ग कॉन्ग ने देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेज वृद्धि के मद्देनजर 20 अप्रैल, 2021 से 03 मई, 2021 तक 14 दिनों के लिए भारत से जुड़ी सभी उड़ानों को निलंबित कर दिया है. भारत के अलावा, हॉन्ग कॉन्ग के अधिकारियों ने पाकिस्तान और फिलीपींस से जुड़ी उड़ानें भी निलंबित कर दी हैं. 
हॉन्ग कॉन्ग सरकार ने 18 अप्रैल, 2021 को यह घोषणा की थी. देश के सरकारी बयान में यह उल्लिखित किया गया है कि, 20 अप्रैल को 00:00 बजे, भारत, पाकिस्तान और फिलीपींस से जुड़ी सभी यात्री उड़ानों को 14 दिनों के लिए हॉन्ग कॉन्ग में उतरने से रोक दिया जाएगा.

22 March 2021

भारत-अमेरिका ने शुरू की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पहल

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने 18 मार्च, 2021 को यह सूचित किया कि, इंडो-यूएस साइंस एंड टेक्नोलॉजी फोरम - IUSSTF ने यूएस इंडिया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इनिशिएटिव लॉन्च किया है. यह ऐसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में AI सहयोग पर ध्यान केंद्रित करेगा जो दोनों देशों की प्राथमिकताएं हैं. 
डीएसटी के सचिव आशुतोष शर्मा ने इस लॉन्च समारोह में बोलते हुए, दोनों देशों की समस्याओं को हल करने के साथ-साथ विकास के लिए विभिन्न बाधाओं को दूर करने के लिए भारत और अमेरिका के बीच विज्ञान और प्रौद्योगिकी संबंधों को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया.

11 March 2021

पीएम मोदी ने भारत-बांग्लादेश के बीच ‘मैत्री सेतु’ का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 09 मार्च 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए त्रिपुरा में भारत और बांग्लादेश के बीच बने 'मैत्री सेतु' पुल का उद्घाटन किया. इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिपुरा में कई अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच इस सेतु से रिश्ते मजबूत हुए हैं. 
मैत्री सेतु के बनने के बाद अब त्रिपुरा से बांग्लादेश जाने में आसानी होगी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब त्रिपुरा का विकास ओर जोर पकड़ेगा. उन्होंने कहा कि तीन साल पहले दशकों से राज्य के विकास को रोकने वाली नकारात्मक शक्तियों को हटाकर त्रिपुरा के लोगों ने एक नई शुरुआत की थी.

05 March 2021

भारत ने फिलीपींस के साथ ब्रह्मोस मिसाइल समेत रक्षा उपकरणों की आपूर्ति हेतु समझौता किया

भारत ने 02 मार्च 2021 को फिलीपींस के साथ ब्रह्मोस मिसाइल समेत अन्य रक्षा उपकरणों की आपूर्ति हेतु समझौता किया है. फिलिपीन के रक्षा सचिव डेलफिन लॉरेंजाना मनीला में समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान मौजूद थे. 
उन्होंने कथित तौर पर कहा है कि उनका देश ब्रह्मोस मिसाइल खरीद रहा है. फिलिपीन के राष्ट्रीय रक्षा विभाग (डीएनडी) ने 02 मार्च को फेसबुक पर कहा कि रक्षा अंडरसेक्रेटरी रायमुंडो एलेफंटे और फिलिपीन में भारत के राजदूत शंभू एस कुमारन ने रक्षा सामग्री और उपकरणों की खरीद के लिए ‘‘क्रियान्वयन व्यवस्था’’ पर हस्ताक्षर किए.

24 February 2021

सऊदी अरब सरकार का बड़ा फैसला, अब महिलाएं भी सेना में हो सकेगी शामिल

सऊदी अरब ने हाल ही में महिलाओं के लिए सशस्त्र बल में प्रवेश की अनुमति दे दी है. सऊदी अरब में क्राउन प्रिंस मोहम्मद-बिन-सलमान की पहल पर महिलाओं को कई अधिकार दिए गए हैं. इसी कड़ी में अब देश की महिलाएं सेना में भी शामिल हो सकती हैं. 
सऊदी अरब की महिलाएं अब सेना में शामिल हो सकेंगी. सरकार ने अपनी कट्टरवादी छवि बदलने की कोशिशों में लगी घोषणा किया है कि महिलाएं सेना के तीनों अंगों यानी कि आर्मी, एयरफोर्स और नेवी में शामिल हो सकेंगी. रक्षा मंत्रालय ने एक

18 February 2021

नागोजी ओकोंजो-इवेला ने रचा इतिहास, बनी डब्ल्यूटीओ की अगली महानिदेशक

नाइजीरियाई अर्थशास्त्री नगोज़ी ओकोंजो-इवेला को विश्व व्यापार संगठन (WTO) के अगले महानिदेशक के रूप में चुना गया है. वे संगठन का नेतृत्व करने वाली पहली महिला और साथ ही पहली अफ्रीकी होंगी. नाइजीरिया के पूर्व वित्त मंत्री ओकोंजो-इविला, रॉबर्टो अजेवेदो की जगह लेंगी, जिन्होंने अगस्त 2020 में पद छोड़ दिया. 
खास बात यह है कि नागोजी को अमेरिकी सरकार ( US Government) का भी समर्थन मिल गया है. अबतक उन्हें दक्षिण कोरिया की यू म्योंग ही से चुनौती मिल रही थी. इन्हें डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन का समर्थन हासिल था. लेकिन उन्होंने अब अपनी दावेदारी वापस ले ली है. इसके बाद नागोजी के डब्ल्यूटीओ का महानिदेशक बनने का रास्ता साफ हो गया है.

26 January 2021

मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर सेना बनी

ग्लोबल फायरपावर ने दुनिया की ताकतवर सेनाओं की सूची जारी कर दी है. इस सूची में 133 देशों को शामिल किया गया था जिसमें भारत चौथे स्थान पर है. ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स में देशों को उनकी संभावित सैन्य ताकत के आधार पर रैंक किया जाता है. 
ग्लोबल फायरपावर की सूची में अमेरिका की सेना को दुनिया की सबसे ताकतवर सेना बताया गया है जबकि रूस को दूसरे स्थान पर और चीन को तीसरे स्थान पर रखा गया है. वहीं, पड़ोसी देश पाकिस्तान को इस सूची में 10वें स्थान पर रखा गया है. टॉप 10 ताकतवर सेनाओं की सूची में भारत के बाद जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस, ब्रिटेन और ब्राजील का नंबर है. जबकि पाकिस्तान की सेना पिछले साल के मुकाबले इस बार की सूची में कई स्थान ऊपर आ गई है.

21 January 2021

भारत ने बांग्लादेश, नेपाल समेत 6 देशों को कोरोना वायरस वैक्सीन देने की घोषणा की

भारत अब कोरोना वायरस टीके को अपने मित्र देशों को देकर उनकी सहायता करने वाला है. विदेश मंत्रालय ने कोरोना वायरस टीकों की आपूर्ति पर कहा कि भारत ने अनुदान सहायता के तहत भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, सेशेल्स को कोविड-19 के टीके की आपूर्ति करने की घोषणा की. 
मंत्रालय ने बताया कि श्रीलंका, अफगानिस्तान, मॉरीशस के संबंध में जरूरी नियामकीय मंजूरी का इंतजार है. विदेश मंत्रालय ने बताया कि घरेलू जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारत आगामी हफ्ते, महीने में चरणबद्ध तरीके से सहयोगी देशों को कोविड-19 टीकों की आपूर्ति करेगा.

20 January 2021

गुरु गोविन्द सिंह जयंती: सिखों के दसवे गुरू गुरुगोविन्द सिंह जिन्होंने मुगलों के लड़ते हुए शहीद हो गए लेकिन कभी भी मुगलों के अधिपत्य को कभी स्वीकार नहीं किया

गुरु गोविंद सिंह सिखो के दसवें गुरु थे. इसके अलावा वह एक दार्शनिक, कवि और महान योद्धा थे. गोबिंद राय के रूप में जन्मे, वे नौवें सिख गुरु तेग बहादुर के बाद दसवे सिख गुरु के रूप में उभरे. गुरु तेग बहादुर को मुगल सम्राट औरंगजेब के आदेशानुसार सार्वजनिक रूप से सिर कलम कर दिया गया था क्योंकि उन्होंने इस्लाम में परिवर्तित होने से इनकार कर दिया था. इस अत्याचार के खिलाफ गुरु गोविंद सिंह ने खालसा नामक सिख योद्धा समुदाय की स्थापना की. जिसे सिख धर्म के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में चिह्नित किया. उन्होंने पाँच लेखों को पाँच ककार के रूप में प्रसिद्ध भी पेश किया और हर समय पहनने के लिए खालसा सिखों को आज्ञा दी. गुरु के अन्य योगदानों में सिख धर्म पर महत्वपूर्ण ग्रंथ लिखना और सिखों के शाश्वत जीवित गुरु के रूप में गुरु ग्रंथ साहिब (सिख धर्म के धार्मिक ग्रंथ) को धारण करना शामिल है.