अपने बारे में (About)

            कोई भी देश तब तक आगे नहीं बढ़ सकता जब तक वो अपने इतिहास, अपनी विरासत, अपनी संस्कृति के प्रति अगर वो गर्व करना नहीं जानता है. इसलिए अपने युगो पुरानी गाथा को संग्रहित करने के लिए यह पोर्टल बनाया गया है. इसके बारे में जानकर आपको अवश्य ही गर्व महसूस होगा. इसमें बताया गया है कि हमारे पूर्वज कौन थे जिन्होंने इस प्राचीन संस्कृति की नींव रखी, जिनके मार्गदर्शन में वैभवशाली सभ्यता का विकास हुआ, जिनके संरक्षण में ज्ञान-विज्ञान की अतुल संपदा विकसित हुई और जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास रचा. इस ऐतिहासिक पोर्टल में भारत की लगभग 5 हजार वर्ष पुरानी अतुल सांस्कृतिक ज्ञान संपदा संग्रहित की जा रही है.

आपको मालूम है विश्वविद्यालयों का प्रचलन भारत में 2 हजार साल से भी पहले से था. तक्षशिला, नालंदा और विक्रमशिला जैसे अनेक विश्वविद्यालयों को पूरे विश्व में ख्याति प्राप्त थी. इस पोर्टल के माध्यम से भारतीय ज्ञान परंपरा से लोगों को परिचित कराया जाएगा. यहाँ राजा पोरस, राजा दाहिर सेन, सम्राट अशोक, चाणक्य, राजा हर्षवर्धन, पुष्यमित्र शुंग, पृथ्वी राज चौहान, राणा सांगा, महाराणा प्रताप, बाजीराव पेशवा, हेमचंद्र विक्रमादित्य, शिवाजी महाराज, पद्मावती की गौरव गाथा पढ़ने को मिलेगी. भारत के स्वाधीनता संग्राम की गाथाएं भी यहां संकलित मिलेगी. इस प्रकार यह पोर्टल हमें देश के अतीत से लेकर आधुनिक युग तक की उन तमाम ऐतिहासिक घटनाओं, व्यक्तित्वों, विचारों और उपलब्धियों को पेश करेगा जिन्होंने भारत के वर्तमान को बनाने में अपना अहम योगदान दिया है.