06 April 2022

मुगल बादशाह हुमायूँ

प्रथम मुग़ल सम्राट बाबर के पुत्र नसीरुद्दीन हुमायूँ एक मुग़ल शासक था. बाबर की मृत्यु के पश्चात हुमायूँ ने 1530 में भारत की राजगद्दी संभाली और अफ़गानिस्तान, पाकिस्तान एंव उत्तर भारत के हिस्सों पर 1530-1540 और फिर 1555-1556 तक शासन किया. 
26 दिसम्बर, 1530 ई. को बाबर की मृत्यु के बाद 30 दिसम्बर, 1530 ई. को 23 वर्ष की आयु में हुमायूँ का राज्याभिषेक किया गया. आपको बता दें कि बाबर ने उनके चार पुत्रों में मुगल सम्राज्य को लेकर लड़ाई न हो और अपने अन्य पुत्रों की उत्तराधिकारी बनने की इच्छा जताने से पहले ही अपने जीवित रहते हुए हुंमायूं को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया था. इसके साथ ही बाबर ने चारों तरफ फैले अपने मुगल सम्राज्य को मजबूत बनाए रखने के लिए हुंमायूं को मुगल सम्राज्य को चारों भाईयों में बांटने

मुगल बादशाह बाबर

ज़हीरुद्दीन मुहम्मद उर्फ बाबर मुग़ल साम्राज्य के संस्थापक और प्रथम शासक था. इसका जन्म मध्य एशिया के वर्तमान उज़्बेकिस्तान में हुआ था. यह तैमूर और चंगेज़ ख़ान का वंशज था. मुबईयान नामक पद्य शैली का जन्मदाता बाबर को ही माना जाता है. 1504 ई. में इन्होने काबुल तथा 1507 ई में कन्धार को जीता तथा बादशाह की उपाधि धारण की. 1519 से 1526 ई तक भारत पर इसने 5 बार आक्रमण किया. 1526 में इन्होंने पानीपत के मैदान में दिल्ली सल्तनत के अंतिम सुल्तान इब्राहिम लोदी को हराकर मुग़ल साम्राज्य की नींव रखी. बाबर ने 1527 में ख़ानवा, 1528 में चंदेरी तथा 1529 में घग्गर जीतकर अपने राज्य को सुरक्षित किया. 1530 ई० में इसकी मृत्यु हो गयी.

भारत पर मुग़ल सम्राज्य का शासन

मुग़ल साम्राज्य एक इस्लामी तुर्की-मंगोल साम्राज्य था जिसकी स्थापना बाबर के द्वारा 1526 ईस्वी में की गई थी. 1526 में स्थापित यह सम्राज्य 1857 तक बचा रहा, जब वह ब्रिटिश राज द्वारा हटाया गया. यह राजवंश कभी कभी तिमुरिड राजवंश के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि बाबर तैमूर का वंशज था. 
फ़रग़ना वादी से आए एक तुर्की मुस्लिम बाबर ने मुग़ल राजवंश को स्थापित किया था. उन्होंने उत्तरी भारत के कुछ हिस्सों पर हमला किया और दिल्ली के शासक इब्राहिम शाह लोधी को 1526

05 April 2022

भारत के महान हिन्दू ह्रदय सम्राट राणा सांगा

राणा सांगा (महाराणा संग्राम सिंह) उदयपुर में सिसोदिया राजपूत राजवंश के राजा थे तथा राणा रायमल के सबसे छोटे पुत्र थे. महाराणा संग्राम सिंह, महाराणा कुंभा के बाद,सबसे प्रसिद्ध महाराजा थे. मेवाड़ में सबसे महत्वपूर्ण शासक. इन्होंने अपनी शक्ति के बल पर मेवाड़ साम्राज्य का विस्तार किया और उसके तहत राजपूताना के सभी राजाओं को संगठित किया. रायमल की मृत्यु के बाद, 1509 में, राणा सांगा मेवाड़ के महाराणा बन गए. 
राणा सांगा ने मेवाड़ में 1509 से 1528 तक शासन किया, जो आज भारत के राजस्थान प्रदेश में स्थित है. राणा सांगा ने विदेशी आक्रमणकारियों के विरुद्ध सभी राजपूतों को एक किया. राणा सांगा सही मायनों में एक वीर योद्धा व शासक थे जो अपनी वीरता और उदारता के लिये प्रसिद्ध हुए. इन्होंने दिल्ली, गुजरात, व मालवा मुगल बादशाहों के आक्रमणों से अपने राज्य की ऱक्षा की. उस समय के वह सबसे शक्तिशाली राजा थे.